बीमा क्या है बीमा कितने प्रकार के होते है ये सर्च कर रहे है तो आप सही जगह पर आये है यहाँ हम आपको कुछ top 7 बीमा के प्रकार बताने वाले है और ये भी जानेगे की बीमा के फायदे और नुकसान क्या है तो चलिए जानते है बीमा क्या है (What is Insurance in Hindi) और बीमा कितने प्रकार के होते है-
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बीमा क्या है (What is Insurance in Hindi)
बिना यानी की insurance का अर्थ होता है एक येसी व्यवस्था जिसमे एक कंपनी आपके किसी भी प्रकार का नुकसान, बीमारी, दुर्घटना, म्रत्यु में आपको मुवावजा देने की ग्यारंटी देती हो वैसे तो insurance अर्थात बिमा मदत करता है हर दुखत घटना के बाद किसी इन्सान के लिए बहुत ही आवश्यक होता है आज के इस भीड़ भाड वाले जीवन में कब क्या हो जाये किसको क्या पता येसे में अगर आपने अपने मूल्यवान चीजो का बिमा सही तरीके से किया है तो दोस्तों यह आपके लिए एक बैकअप हेल्प के जैसे काम करता है
बीमा कितने प्रकार के होते है (how many type of insurance in Hindi)
बीमा यानी की insurance भी अनेको प्रकार के होते है जैसे की –
1. जीवन बीमा (life insurance) :
दोस्तों जीवन बिमा योजना में एक निर्दिष्ट मूल्य जमा करके पालिसी किये गए व्यक्ति की म्रत्यु हो जाने पर उस व्यक्ति के परिजनों को यानी की नोमीनी को उस पालिसी नियमो और सर्तो के अनुसार पैसे दिए जाते है यह पैसे को लोग अक्सर अपने परिवार के लिए छोड़ जाते है क्योकि जीवन का कोई भरोसा नहीं है इसलिए ज्यादातर लोग इस पालिसी को अपनाते है ताकि उनके जाने के बाद भी उनके परिवार को कुछ हद तक पैसो के मामले में मदत मिल जाए.
2. हेल्थ बीमा (health insurance) :
दोस्तों चिकित्सा और स्वास्थ्य बीमा योजना अर्थात मेडिकल और हेल्थ इंश्योरेंस में भी आप एक निर्देश में जमा करके पालिसी लिए हुए व्यक्ति के स्वास्थ्य सम्बंधित सभी मामलो में जैसे किसी बीमारी में अस्पताल में दाखिल होना ,दवाईयों का खर्चा ,ऑपरेशन का खर्चा इत्यादि बिमा कंपनी देती है दोस्तों यह बिमा पालिसी बहुत ही आवश्यक होती है क्योकि प्रति वर्ष हर किसी व्यक्ति की थोड़ी बहुत तबियत ख़राब तो होती ही है येसे में यह पालिसी कंपनिया एक साल में कुछ रेगुलर चेकअप का भी खर्चा उठाते है
आज कल के खाने पिने के कारण कब तबियत ख़राब हो जाए कोई निश्चित नहीं है येसे में चिकित्सा और स्वास्थ्य बिमा पालिसी लेना आवश्यक होना चाहिए लेकिन दोस्तों हेल्थ पालिसी लेने से पहले इसके टर्म और कंडीशन को अच्छे से समझ लेना चाहिए.
3. दुर्घटना बीमा योजना (accident insurance) :
दोस्तों दुर्घटना बिमा योजना अर्थात एक्सीडेंट पालिसी आप एक निर्दिस मूल्य जमा करके पालिसी लिए हुए व्यक्ति के दुर्घटना हो जाने पर उस पालिसी होल्डर चोट लग जाने या विकलांग हो जाने पर किये हुए पालिसी के नियमो और सर्तो के अनुसार अस्पताल का खर्चा या म्रत्यु हो जाने पर राशी दी जाती है
दुर्घटना बिमा योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है दोस्तों आपकी दुर्घटना हो जाने पर आपको किसी प्रकार का कोई खर्चा नहीं उठाना पड़ता है insurance पालिसी कंपनी आपका सारा खर्चा उठाती है लेकिन अलग अलग पालिसी में अलग अलग टर्म होते है जिन्हें पड़कर ही पालिसी करना चाहिए इसलिए कोई भी बिमा पालिसी या जीवन बिमा लेने से पहले उसके टर्म और कंडीशन को ध्यान से पड़ना चाहिए
4. वाहन बीमा योजना (vehicle insurance) :
दोस्तों अगर आपके पास कार या मोटर साइकिल या कोई अन्य वाहन है तो वाहन बीमा योजना या vehicle insurance आज के समय में जरुरी है इस प्रकार की बीमा पालिसी आपकी गाड़ी की दुर्घटना या चोरी हो जाने पर मदतगार होती है लेकिन दोस्तों कुछ वाहन बिमा पालिसी में थर्ड पार्टी पालिसी भी की जाती है जिसमे गाडी चलने वाले ड्राईवर या पैदल चलने वाले लोगो का insurance claim कर सकते है
यह पालिसी को लेना बहुत ही जरुरी है क्योकि यह हमारे घर की सबसे मूल्यवान वस्तुओ में से एक है और आज के समय में छोटे मोटे दुर्घटना होते रहते है येसे में इन वाहनों में अधिक खर्चा होता है अगर आपका वाहन पालिसी इन्स्योर है तो आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योकि आप अपने वाहन के छोटे मोटे छत्ती के लिए बिमा देने वाली कंपनी से क्लेम कर सकते है
5. घर का बीमा (home insurance) :
दोस्तों घर का बिमा अर्थात home insurance में वो बिमा किया जात है जिसमे आपके घर के बिल्डिंग का सामान और स्ट्रक्चर के अनुसार पालिसी बनायीं जाती है इसमें बिमा कंपनी घर का या घर के सामान दोनों चीजो पर डेमेज होने पर खर्चा वहन करती है या बिमा घर के गिर जाने या दुर्घटना हो जाने या सामान चोरी हो जाने या सामान के जल जाने या किसी भी एसी असुविधा में काम आता है जिसमे घर या अन्दर रखे सामान का नुकसान हो गया हो.
6. यात्रा बीमा (travel insurance) :
दोस्तों अगर आपको अकेले या परिवार के साथ कंही ट्रेवल करना हो तो येसे में आपको यात्रा बीमा अर्थात travel insurance करना अच्छा साबित होता है येसे में यात्रा में देरी होने या कैंसिल हो जाना या यात्रा के दौरान दुर्घटना हो जाने पर बिमा कंपनी हानि हुए रुपयों का वहन करता है
7. फसल बीमा (farmer insurance) :
दोस्तों अगर आप एक किसान है तो प्रति वर्ष आपको अपने फसल का बिमा जरुर करवाना चाहिए क्योकि मौसम का कोई भरोसा नहीं होता है जिससे फसल को नुकसान का सामना करना पड़ता है अगर आपके अपने फसल का बिमा करवाए है तो आप बिना कोई चिंता की खेती कर सकते है अगर बारिश नही होती है या किसी अन्य कारण वस् आपका फसल नही हो पाती है तो येसे में बिमा कंपनी इसकी भरपाई करती है
Note : दोस्तों एक बात का ध्यान रहे बिमा करवाने से पहले उसके बीमा के दतावेजो और उसके टर्म एवं कंडीशन को ध्यान से पडियेगा ताकि उनके नियम और सर्तो को अच्छे से समझ सको तभी आप किसी चीज का बिमा करियेगा.
बीमा करने के क्या फायदे है
- अगर आप कोई भी बिमा लेते है तो दुर्घटना हो जाने पर या किसी चीज का डेमेज हो जाने पर बिमा कंपनी उसकी भरपाई करती है
- साथ ही साथ पालिसी के लिए अगर कोई लोन लेते है तो वो इनकम टैक्स फ्री होता है
बीमा करने के नुकसान क्या है
दोस्तों अगर आपने किसी कंपनी की बीमा पालिसी लिया है तो उस पालिसी के ख़तम हो जाने तक पैसे देने होते है तभी आप क्लेम कर सकते है अगर आप पालिसी को वापिस करना चाहते है तो आपको पुरे पैसे नही मिलेगे जितने पैसे आपने दिए है मतलब insurance में पैसे रिटर्न नहीं होते है. और अगर आपने हेल्थ बीमा लिया हुआ है तो उसकी हर साल रेनू कराना होता है
बीमा करते समय किन बातो का रखे ध्यान :
किसी भी कंपनी का बीमा लेने से पहले उस कंपनी के बीमा पालिसी के टर्म और कंडीशन को अच्छे से समझना चाहिए की क्या है उसकी सर्ते और नियम तभी आप किसी भी कंपनी की बीमा पालिसी ले.
कौनसा बीमा पालिसी लेना चाहिए :
निर्भर करता है आप किसके लिए बीमा लेना चाहते है मानलो अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस करना चाहते है तो आपको उस कंपनी के हर एक पालिसी प्लान को समझना चाहिए तभी आप एक अच्छा बीमा पालिसी सेलेक्ट कर सकते है अलग अलग छेत्र में अलग अलग बिमा पालिसी होती है तो आपको ये देखना होगा की कौनसा बीमा पालिसी आपके लिए सबसे अच्छा है.
FAQ :
Q : बीमा कितने प्रकार के होते है?
Ans : बीमा बहुत प्रकार के होते है जैसे जीवन बीमा ,स्वास्थ्य बीमा ,वाहन बीमा ,घर का बीमा ,यात्रा बीमा, फसल बीमा ,दुर्घटना बीमा इसके अलावा और भी बीमा होते है
Q : बीमा पालिसी कब से सुरु हुयी थी?
Ans : वैसे तो बीमा पालिसी 3 हज़ार साल पहले ही हो चुकी है लेकिन आज के इस युग में आधुनिक स्वरूप का प्रारम्भ 1653 को ही हुआ था तब से बीमा पालिसी की सुरुआत माना जाता है.
Q : बीमा का अर्थ क्या है?
Ans : एक एसी व्यवस्था जिसमे कोई भी एक बीमा कंपनी आपके किसी प्रकार का नुकसान, बीमारी ,दुर्घटना या म्रत्यु में आपको मुवावजा देने की ग्यारंटी देती है.
Q : बीमा का मूल आधार क्या है?
Ans : बीमा का मूल आधार आपके हुए नुकसान की भरपाई करती है इसके लिए आपको बीमा कंपनी को उसकी पालिसी के तहत हर साल एक अमाउंट देना होता है.
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