Draupadi Murmu Biography in Hindi | द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय 2022

द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय जाति, उम्र, पति, आरएसएस, शिक्षा, राष्ट्रपति, जन्म तारीख, परिवार, पेशा, धर्म, पार्टी, करियर, राजनीति, अवार्ड्स, इंटरव्यू (Draupadi Murmu Biography in Hindi) ,( caste, age, husband, income, daughter, RSS, president, sons, qualification, date of birth, family, profession, politician party, religion, education, career, politics career, awards, interview, speech )

Draupadi Murmu Biography in Hindi (द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय) :

भारत के लिए गर्व की बात है की 25 जुलाई 2022 को उड़ीसा में पैदा हुई द्रौपदी मुर्मू को हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा भारत के अगले राष्ट्रपति के पद के उम्मीदवार के तौर पर नियुक्त कर दिया गया है वह भारत की 15 वी राष्ट्रपति बनी है, वे इस पद पर चुनी जाने वाली पहली वनवासी महिला नेता है भाजपा की ओर से उन्हें 2022 राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा के खिलाफ भाजपा ने अपना उम्मीदवार गोषित किया था इसी कारण से लोग इंटरनेट पर आजकल द्रौपदी मुर्मू के बारे में जानना चाहते हैं तो आईये जानते है द्रौपदी मुर्मू का जीवन परिचय बारे में –

पूरा नामद्रौपदी मुर्मू
जन्म20 जून 1958
जन्म स्थानमयूरभंज, उड़ीसा, भारत
उम्र (2022 में)64 साल
पेशाराजनीतिज्ञ
जातिअनुसूचित जनजाति
धर्महिंदू
पिता का नामस्वर्गीय बिरंची नारायण टुडू
माता का नामज्ञात नहीं
पति का नामश्याम चरण मुर्मु
बेटी का नामइतिश्री मुर्मु
शिक्षाकला स्नातक
कॉलेजराम देवी महिला कॉलेज, भुवनेश्वर,ओडिशा
राजनेतिक पार्टीभारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
कद5’ 4” फीट
आँखों का रंगकाला
बालो का रंगकाला
संपत्ति10 लाख

Draupadi Murmu Biography in Hindi

द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयुरभंज जिले के बैदोपोसी गाँव में एक आदिवासी समुदाय में हुआ था, उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है, और द्रौपदी की शादी श्याम चरण मुर्मू के साथ हुई थी, जिनका स्वर्गवास हो चूका है, उनके दो बेटे भी थे, जो कि अब इस दुनिया में नहीं है, और वह अपनी बेटी इतिश्री मुर्मू के सहारे अपना जीवन व्यतीत कर रही है. उनकी बेटी इतिश्री ने गणेश हेम्ब्रम के साथ विवाह किया है, उन्होंने अपनी स्कूल की शिक्षा निजी स्कूल से प्राप्त की एवं राम देवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर,ओडिशा से कला स्नातक में ग्रेजुशन की डिग्री प्राप्त की है |

द्रौपदी मुर्मू का राजनीतिक जीवन

वैसे द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा में रहते हुए कई प्रमुख भूमिकाएँ निभाईं है उन्होंने ST मोर्चा पर राज्य अध्यक्ष और मयूरभान के भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है. और साल 2007 में मुर्मू को ओडिशा विधानसभा द्वारा वर्ष का सर्वश्रेष्ठ विधायक होने के लिए “नीलकंठ पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था. और मई 2015 में, भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें झारखंड के राज्यपाल के रूप में चुना एवं वे झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनी, वह ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता भी हैं, जिन्हें ओडिशा राज्य में राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था |

  • ओडिशा के रायरंगपुर जिले से पहली बार इन्हें जिला पार्षद चुना गया और साथ ही यह रायरंगपुर की उपाध्यक्ष भी बनी थी |
  • साल 2002 से लेकर के साल 2009 तक मयूरभंज जिला भाजपा का अध्यक्ष बनने का मौका भी मिला।
  • साल 2004 में यह रायरंगपुर विधानसभा से विधायक बनने में भी कामयाब हुई
  • साल 2015 में इन्हें झारखंड जैसे आदिवासी बहुल राज्य के राज्यपाल के पद को संभालने का भी मौका मिला।
  • साल 2000 से लेकर के साल 2004 तक ट्रांसपोर्ट और वाणिज्य डिपार्टमेंट संभालने का मौका मिला।
  • उसके बाद इन्होंने साल 2002 से लेकर के साल 2004 तक उड़ीसा गवर्नमेंट के राज्य मंत्री के तौर पर पशुपालन और मत्स्य पालन विभाग का कार्यभार संभाला |
  • आगे बड़ते बड़ते फिर वह साल 2002 से लेकर के साल 2009 तक यह भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर भी रही।
  • और फिर भारतीय जनता पार्टी के एसटी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के पद को इन्होंने साल 2006 से लेकर के साल 2009 तक संभाला।
  • साथ ही साथ भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर के पद पर यह साल 2013 से लेकर के साल 2015 तक रही
  • उन्होंने साल 2015 से लेकर साल 2021 तक झारखंड के राज्यपाल के पद पर विराजमान रही |

इन्हें भी पड़े :

Leave a Comment