हाल ही में आपने सुना होगा भारतीय सेना ने एक नयी योजना निकाली है जिसका नाम है अग्निपथ योजना और यह योजना अभी काफी चर्चा का विषय बन चुकी है अग्नीपथ योजना के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में विरोध किया जा रहा है इस लेख में हम जानेगे की अग्निपथ योजना क्या है और अग्निपथ योजना के फायदे और नुकसान क्या है
अग्निपथ योजना क्या है :
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जून 2022 को ‘अग्निपथ’ नाम की योजना शुरू करने की घोषणा की थी, मंगलवार 14 जून को भारतीय सेना ने अग्निपथ नाम की एक योजना निकाली ये एक तरीके से बेरोजगार युवाओं को कांट्रेक्ट बेस पर 4 साल की अस्थायी नौकरी दी जायेगी, जिसके बाद कई सारे लोगो को सर्विस छोडनी पड़ेगी और सायद कुछ लोगो को रख भी लिया जाये,
अग्निवीरों की उम्र 17 से 21 वर्ष के बीच होगी और 30-40 हजार प्रतिमाह वेतन मिलेगा, येसा कहा गया है की 25% लोग permanent commission के अंतर्गत अगले 15 साल तक लगातार सर्विस कर सकते है और बाकी के 75% लोगो को सायद निकाल दिया जाये लेकिन निकालने के बाद जो सरकारी फंडिंग या सुविधा होती है वो मिलती रहेगी |
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अग्निपथ योजना का उद्देश्य क्या है :
अग्निपथ योजना का मुख्य उद्देश्य देश में बड रही बेरोजगारी को कम करना, मतलब इस योजना के तहत अधिक से अधिक लोगो को रोजगार के अवसर प्राप्त होगे ,इस अग्निपथ योजना में युवाओ को सेना में भर्ती के लिए बुलाया जायेगा जिसके तहत युवाओ को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जिससे हमारे देश की बेरोजगारी में कमी आएगी और दूसरी ओर कहा जा रहा है की भविष्य में अगर युद्ध जैसे हालात हुए तो हमारी सेना काफी मजबूत रहेगी |
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अग्निपथ योजना के फायदे और नुकसान क्या है
अगर एक्सपर्ट की माने तो कुछ एक्सपर्ट से इस योजना को सकारात्मक बताया है, लेकिन कुछ एक्सपर्ट्स ने इसे नकारात्मक बताया है।
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अग्निपथ योजना के फायदे
- इस योजना के मुख्य उद्देश्य हर साल 40 से 50 हज़ार लोगो की सेना में भर्ती होगी जिससे एक तरफ देश में बेरोजगारी कम होगी
- भारत की सेना में लोगो की कमी नहीं रहेगी
- एक तरफ से सकारात्मकता से देखे तो हमारे देश के 18 से 22 साल के युवाओ को जब मिलिट्री ट्रेनिंग मिलेगी और साथ में 30 हज़ार सैलरी और 48 साल का बीमा
- इस योजना के तहत देश की सुरक्षा मजबूत होगी और इसे नौजवानों को मिलिट्री सर्विस का मौका देने के लिए लाया गया है
- 4 साल आर्मी में नौकरी करने के बाद अग्निवीर के अनुभव से विभिन्न क्षेत्रों में प्राइवेट और सरकारी नौकरी मिलने के अवसर प्राप्त होंगे
- 21 साल का युवा महज 4 साल बाद ही भूतपूर्व सैनिक होने का गौरव हासिल कर लेगा
- अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना तथा नौसेना में महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जायेगी
- जो नौकरी करना चाहते हैं, उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बलों में राज्य पुलिस में प्राथमिकता दी जाएगी |
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अग्निपथ योजना के नुकसान
- defense budget में खर्चे कम होंगे (सरकार को पेंसन ,healthcare ,और अन्य सुविधा नहीं देनी पड़ेगी
- 4 साल के बाद 75% लोगो को निकाल देते है तो 22 साल की उम्र में तो यह एक तरीके से अन्याय होगा उनके भविष्य के साथ
- येसा कहा जा रहा है की 22 साल की उम्र में सर्विस ख़त्म होने के बाद इन युवाओ में जोश और अग्ग्रेसिव होगा, जो सायद कानून व्यवस्था से जुडी समस्या खड़ी कर सकती है
- इन भूतपूर्व सैनिकों को प्राइवेट जॉब्स करके बाकी का जीवन गुजारना होगा
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